28 फरवरी 2025 तक ई-केवाइसी करा लें राशन कार्डधारी, वरना नहीं मिलेगा राशन

Dhanbad News Jharkhand

 28 फरवरी 2025 तक ई-केवाइसी करा लें राशन कार्डधारी, वरना नहीं मिलेगा राशन 

धनबाद। धनबाद समेत झारखंड के 24 जिलों के राशन कार्डधारी अब 28 फरवरी 2025 तक अपने नजदीकी जन वितरण प्रणाली दुकान पर राशन कार्ड ले जाकर बायोमेट्रिक के माध्यम से ई-केवाईसी करा सकते हैं। निर्धारित समय-सीमा तक केवाईसी नहीं कराने पर लाभुकों को पीडीएस दुकान से राशन नहीं मिलेगा। जानकारी के अनुसार खाद्य आपूर्ति विभाग के प्रभारी सचिव उमा शंकर सिंह ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम से जुड़े लाभुकों के लिए ई-केवाइसी कराने की अवधि 28 फरवरी 2025 तक बढ़ा दी है. श्री सिंह ने धनबाद, रांची, जमशेदपुर के एसआरओ (विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी) और सभी जिला आपूर्ति पदाधिकारी को पत्र लिख कर ई-केवाइसी के कार्य निर्धारित अवधि में पूरा करने का निर्देश दिया है। जनवितरण प्रणाली दुकानों के माध्यम से राज्य में आधार आधारित बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के आधार पर लाभुकों के बीच चावल, गेहूं, नमक, चीनी, दाल और धोती-साड़ी आदि का वितरण किया जाता है। वहीं दूसरी ओर जानकारी मिली है कि ई-केवाइसी के लिए आधार प्रमाणीकरण के लिए झारखंड ऑथेंटिकेशन यूजर एजेंसी (एयूए) के सर्वर पर लोड बढ़ जाने के कारण सर्वर काम करना बंद कर दे रहा है। इस तकनीकी खराबी के कारण खाद्यान्न और अन्य आवश्यक सामग्री का वितरण हो पा रहा है और न ही ई-केवाइसी का काम हो पा रहा है। इसलिए पहले खाद्यान्न और अन्य आवश्यक सामग्री के वितरण कार्य को प्राथमिकता दी जाये। वितरण के बाद बचे हुए समय में ई-केवाइसी का कार्य किया जाये। 

5G के जमाने में आज भी पीडीएस दुकानों में 2G बायोमेट्रिक मशीन 

जानकारी के अनुसार 5G के जमाने में आज भी पीडीएस दुकानों में 2G बायोमेट्रिक मशीन है। 2G का नेटवर्क काफी स्लो होता है। जिसके कारण राशन कार्ड धारकों को काफी परेशानी होती है। कभी-कभी 4 से 5 बार बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठा लगाने पर प्रोसेस पूरा होता है। तब जाकर कार्डधारियों को राशन मिलता है। केवाईसी करने में भी काफी परेशानी हो रही है। इसके अलावा कई बार बायोमेट्रिक मशीन में अंगूठा लगाने के बाद भी प्रोसेस पूरा नहीं होता है और थक हारकर राशन कार्डधारी वापस घर चले जाते हैं। लोगों का कहना है कि सभी पीडीएस दुकानदारों को 5G बायोमेट्रिक मशीन सरकार की ओर से उपलब्ध करा दिया जाता तो झारखंड के राशन कार्डधारियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता।

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